Tuesday 3 October 2017
Thursday 9 March 2017
सेलुलर जेल के दर्शन हमारी आँखों से
सेलुलर जेल |
सेलुलर जेल का मॉडल |
जेल बंदियों को भोजन देने के पात्र |
क्रांतिकारी इन्हीं में रखे जाते थे |
सात में से शेष बची तीन विंग्स में से एक |
इसी विंग में सावरकर कोठरी है, दूसरी मंजिल पर |
स्वतंत्रता ज्योति |
क्रांतिवीरों का स्मारक |
फाँसी के पूर्व के धार्मिक कृत्य हेतु |
फाँसी घर |
क्रांतिकारियों पर ज़ुल्म ढाने का एक हथियार ये भी |
मेहनत के काम क्रांतिकारियों के लिए |
विंग के भीतर का दृश्य |
सावरकर कोठरी का रास्ता |
सबसे आखिरी सेल सावरकर कोठरी |
इसी सेल में रखा गया था वीर सावरकर जी को |
उनके दर्शन के साथ परिवार |
बाहर से सावरकर कोठरी |
दोहरी सुरक्षा व्यवस्था में कैद किये गए थे वीर सावरकर |
छोटी सी कोठरी का मजबूत दरवाजा |
दरवाजे और कुण्डी का फासला |
केन्द्रीय मीनार में शिलालेख पर क्रांतिकारियों के नाम |
केन्द्रीय मीनार का ऊपरी भाग |
रॉस आयलैंड, जहाँ कभी अंग्रेज अधिकारियों के निवास थे |
सेलुलर जेल का मॉडल |
रात के समय जेल का दृश्य |
जेल के भीतर लाइट-साउंड कार्यक्रम का दृश्य |
वीर सावरकर जी की छाया में |
सेलुलर जेल के ठीक सामने स्थित सावरकर पार्क |
सावरकर पार्क में स्थित क्रांतिकारियों की प्रतिमाएँ |
शहीदों को नमन |
अंडमान-निकोबार के कुछ प्राकृतिक दृश्य
खिलखिलाता समुद्र |
रुई-रुई बादल |
बादलों के पर्वत |
रॉस आयलैंड पर तिरंगा |
किनारे का साथी |
फेनिल-फेनिल समुद्र |
मनमोहक सागर |
शांति से यात्रा |
उछाल भरती लहरें |
लहरों से अटखेलियाँ |
शर्माता सूरज |
एक शाम बीच पर |
सैर की सवारी |
नीला सागर |
सागर की पूँजी |
सैर समुद्र की |
सूरज-बादल |
हैवलॉक की शाम |
हैवलॉक की शाम |
समुद्र के ऊपर |
हैवलॉक से पोर्टब्लेयर वापसी |
राधानगर बीच, अंडमान-निकोबार |
रॉस आयलैंड पर तिरंगा
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अंडमान-निकोबार के कुछ प्राकृतिक दृश्य - Nikon D3300 कैमरे के साथ प्रथम प्रयोग.
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