Saturday 17 February 2018

पेड़ों की हरियाली में खोये तोते

पिछले दिनों आगरा जाना हुआ था पारिवारिक वैवाहिक समारोह में.... 
रेलवे स्टेशन पर उतरते समय शाम घिर आई थी. स्टेशन के बाहर खड़े एक विशाल पेड़ पर हजारों की संख्या में तोते अपना आशियाना बनाये थे....
हरे-हरे पत्तों के बीच हरे-हरे तोते आँखों से दिखाई देना भी मुश्किल हो रहे थे. उसी मुश्किल को कैमरे की आँखों से आसान करने की कोशिश की.... 
देखिये, एक झलक भर... आखिर शाम का सवाल है.... 
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04-02-2018







Tuesday 3 October 2017

पावन नदी वेत्रवती (बेतवा) के मनोहारी साये में सलाघाट


















बुन्देलखण्ड (उ०प्र०) भूभाग में जनपद जालौन में छोटे से कस्बे पिरौना के नजदीक स्थित सलाघाट, जागेश्वर धाम 

Thursday 9 March 2017

सेलुलर जेल के दर्शन हमारी आँखों से

सेलुलर जेल 

सेलुलर जेल का मॉडल 

जेल बंदियों को भोजन देने के पात्र 

क्रांतिकारी इन्हीं में रखे जाते थे 

सात में से शेष बची तीन विंग्स में से एक 

इसी विंग में सावरकर कोठरी है, दूसरी मंजिल पर 

स्वतंत्रता ज्योति 


क्रांतिवीरों का स्मारक 

फाँसी के पूर्व के धार्मिक कृत्य हेतु 

फाँसी घर 

क्रांतिकारियों पर ज़ुल्म ढाने का एक हथियार ये भी 

मेहनत के काम क्रांतिकारियों के लिए 

विंग के भीतर का दृश्य 

सावरकर कोठरी का रास्ता 

सबसे आखिरी सेल सावरकर कोठरी 

इसी सेल में रखा गया था वीर सावरकर जी को 

उनके दर्शन के साथ परिवार  

बाहर से सावरकर कोठरी 

दोहरी सुरक्षा व्यवस्था में कैद किये गए थे वीर सावरकर 

छोटी सी कोठरी का मजबूत दरवाजा 

दरवाजे और कुण्डी का फासला 

केन्द्रीय मीनार में शिलालेख पर क्रांतिकारियों के नाम 

केन्द्रीय मीनार का ऊपरी भाग 

रॉस आयलैंड, जहाँ कभी अंग्रेज अधिकारियों के निवास थे 

सेलुलर जेल का मॉडल 

रात के समय जेल का दृश्य 

जेल के भीतर लाइट-साउंड कार्यक्रम का दृश्य 

वीर सावरकर जी की छाया में 

सेलुलर जेल के ठीक सामने स्थित सावरकर पार्क 

सावरकर पार्क में स्थित क्रांतिकारियों की प्रतिमाएँ

शहीदों को नमन